प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सोसाइटी के सदस्य रिज़वान कादरी ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी के माध्य से उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से जुड़े दस्तावेजों के ’51 डिब्बे’ लौटाने की मांग है। कादरी पहले इसी संबंध में वे सोनिया गांधी को भी लिख चुके हैं, अब वो उन महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स की वापसी में राहुल गांधी की मदद मांगी है, जो जवाहरलाल नेहरू से जुड़े हैं और ‘सोनिया गांधी के पास रखे हुए’ हैं। नेहरु ने ये पत्र एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन, जयप्रकाश नारायण, पद्मजा नायडू, विजया लक्ष्मी पंडित, अरुणा आसफ अली, बाबू जगजीवन राम और गोविंद बल्लभ पंत आदि को लिखे थे।
नेहरू से जुड़े दस्तावेजों के ’51 डिब्बे’ लौटाए जाएं-PMML
अहमदाबाद में मौजूद इतिहासकार रिजवान कादरी ने गांधी को लिखे अपने पत्र में कहा कि ये कागजात नेहरू के एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन, अरुणा आसफ अली और जयप्रकाश नारायण समेत अन्य लोगों के साथ हुए पत्राचार से रिलेटेड हैं और एनएमएमएल सोसायटी ने इस साल फरवरी के महीने में अपनी आखिरी एनुअल मीटिंग के दौरान इस पर गहनता से चर्चा की थी। उन्होंने एजीएम मिनट्स का हवाला देते हुए लिखा, ‘पीएमएमएल ने आगे बताया कि रिकॉर्ड के अनुसार, मार्च 2008 में एमवी राजन ने जवाहरलाल नेहरू के दस्तावेजों से निजी कागजात और सरकार से संबंधित कागजात को अलग करने के लिए पीएमएमएल का दौरा किया था।’पीएमएमएल का मानना है कि ये ऐतिहासिक महत्व के दस्तावेज हैं और इन तक पहुंच आवश्यक है. ये पत्र जवाहरलाल नेहरु मेमोरियल ने 1971 में नेहरु मेमोरियल म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी (अब पीएमएमएल) को दिए थे। अब राहुल गांधी से कहा गया है कि या तो सोनिया गांधी से ओरिजनल पत्र दिलवाएं या फिर इनकी फोटोकॉपी या डिजिटल कॉपी दिलवाई जाए।
सोनिया ने 2008 में मंगवाए थे संग्रहलाय से कागजात
दरअसल, नेहरू से जुड़े कुछ जरूरी कागजात सोनिया गांधी के पास हैं जिन्हें उन्होंने 2008 में मंगवा लिया था, ये वे दस्तावेज हैं जो मेमोरियल को दान किए गए थे। इनमें नेहरू के एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन जैसी हस्तियों के साथ हुए पत्राचार हैं। प्रधानमंत्री संग्रहालय के सदस्य रिजवान कादरी की तरफ से राहुल गांधी को 10 दिसंबर को यह पत्र लिखा गया। इस पत्र में कादरी ने राहुल गांधी से अपील की कि वे सोनिया गांधी को दिए गए पत्रों, फोटो प्रति और डिजिटल प्रति को वापस करें। इससे पहले संग्रहालय द्वारा सितंबर में भी सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा गया था। कादरी का आरोप है कि यूपीए के शासनकाल में 2008 में 51 डिब्बों में भर कर नेहरु के व्यक्तिगत पत्र सोनिया गांधी के पास पहुंचाए गए थे। पीएमएमएल के सदस्य रिज़वान कादरी ने दस दिसंबर को राहुल गांधी को पत्र लिखा था. इससे पहले उन्होंने सितंबर में सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा था.
