बिहार में BPSC की परीक्षा को फिर से कराने की मांग को लेकर सीएम आवास पर पहुंचे बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने ये एक्शन अभ्यर्थियों के साथ झड़प के बाद लिया। पुलिस की ओर से छात्रों को रोकने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। दरअसल, पटना में इजाजत नहीं मिलने के बावजूद गांधी मैदान में आज रविवार (29 दिसंबर) को BPSC अभ्यर्थी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने अभ्यर्थियों को प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी थी। सुबह से ही पूरा गांधी मैदान पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था. स्थिति को कंट्रोल में रखने की कोशिश जारी थी, लेकिन शाम होते-होते स्थिति बिगड़ गई।
BPSC छात्रों और पुलिस के बीच झड़प
रविवार शाम को भी छात्र अपनी मांगों को लेकर जेपी गोलंबर चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे इन छात्रों को अब पुलिस ने वहां से हटा दिया है। पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया और बाद में उनपर वाटर कैनन से पानी की बौछार भी की। कुछ समय पहले तक यहां छात्रों की बड़ी भीड़ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही थी। प्रदर्शनकारी छात्र रविवार शाम को गांधी मैदान से सीएम आवास तक मार्च निकाल रहे थे जिसे पुलिस ने जेपी गोलंबर पर रोक दिया था। जेपी गोलंबर से सामने आए वीडियोज में देखा जा सकता है कि किस तरह अभ्यर्थियों पर पानी की बौछारें की जा रही हैं। इस ठंड के मौसम में वे पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अभ्यर्थियों के हाथों में तिरंगा देखा जा सकता है। इस बीच उनपर पुलिस ने डंडे बरसाए, और फिर उन्हें दूर तक खदेड़कर सड़क खाली करा दिया। बताया जा रहा है कि कई अभ्यर्थी पुलिस की लाठीचार्ज में घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।
सरकार छात्रों से बातचीत को तैयार
पटना की एसपी स्वाति सेहरावत ने कहा कि छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं किया गया है। हमने कहा कि बातचीत के लिए तैयार हैं। समझाने की कोशिश की गई। इसलिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। छात्रों की ओर से पुलिस प्रशासन के साथ धक्का-मुक्की की गई। मेरे साथ भी धक्का मुक्की हुई। हमने समझाने की पूरी कोरिश की। अब जगह खाली कराया गया है। बताया जा रहा है कि छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए सरकार भी बातचीत करने पर राजी हो गई है। इसके लिए एक कमेटी बनेगी जो कि छात्रों की समस्याओं को सुनेगी उसके बाद आगे का फैसला लेगी।
बता दें प्रदर्शन कर रहे छात्र BPSC की परीक्षा को रद्द करने की मांग के साथ-साथ नॉर्मलाइजेशन को भी रद्द करने की मांग कर रहे हैं। छात्रों को कहना है कि कुछ दिन पहले जो परीक्षा ली गई थी उसे रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित कराई जाए, जबकि बीपीएससी सिर्फ उसी एक केंद्र पर इस परीक्षा को दोबारा से आयोजित कराने के लिए तैयार हैं जहां पर परीक्षा के दौरान गड़बड़ी होने की बात सामने आई थी।
