बिहार में बीपीएससी परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे। इसी बीच सोमवार सुबह 4 बजे पटना पुलिस धरनास्थल पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया। भीषण ठंड में प्रशांत किशोर कंबल में सो रहे थे। इस बीच पटना पुलिस हिरासत में लेकर पटना एम्स ले गई। जहां प्रशांत ने किसी भी तरह का इलाज कराने से मना कर दिया है और अपना अनशन जारी रखा है। पीके की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की है। जनसुराज पार्टी के समर्थकों का आरोप है कि प्रशांत किशोर की पिटाई भी की गई है। इसके साथ ही पुलिस ने प्रशांत किशोर की उस वैनिटी वैन को भी जब्त कर लिया गया है जिसे लेकर बीते कई दिनों से उनपर निशाना साधा जा रहा था। वहीं, मुजफ्फरपुर कोर्ट में BPSC छात्रों को भड़काने के आरोप में प्रशांत पर केस दर्ज किया गया है।
सुबह 4 बजे अचानक धरना स्थल पर पहुंची पुलिस
पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया गया है। प्रशांत और उनके समर्थक गांधी मैदान पर धरना दे रहे थे। इस जगह पर धरना देने की इजाजत नहीं थी। जनसुराज की ओर से बताया कि प्रशांत किशोर को आज सुबह पुलिस आमरण अनशन से हिरासत में ले गई है और पिछले पांच घंटे से उन्हें पटना के आसपास घुमा रही है। पुलिस उन्हें एम्स में एडमिट नहीं करा पाई। सुबह साढ़े नौ बजे तक पुलिस उनका मेडिकल जांच नहीं करा पाई है और उन्हें एंबुलेंस में लेकर घूम रही है। प्रशांत किशोर के समर्थकों की ओर से इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन और सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ नाराजगी जताई गई है। समर्थकों का कहना है कि सुबह के तीन से चार बजे के बीच में यह हुआ है। लोकतांत्रिक तरीके से हमारा धरना चल रहा था। कोई यातायात को हमने बाधित नहीं किया था। छात्रों के लिए प्रशांत किशोर अनशन कर रहे थे। पुलिस जबरदस्ती उठाकर ले गई है। तमाम छात्रों के साथ पुलिस ने मारपीट की है।
मैं छात्रों का भविष्य अच्छा करना चाहता हूं-पीके
हिरासत में लिए जाने से पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि BPSC अनियमितताओं को लेकर 7 जनवरी को हाईकोर्ट में याचिका लगाएंगे। प्रशांत ने ये अपील भी की थी कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव छात्र आंदोलन का नेतृत्व करें, क्योंकि वे बड़े नेता हैं और बिहार के विपक्ष के नेता है। प्रशांत ने ये भी कहा कि ये केवल धरना नहीं है। यह बिहार के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का जुनून है। मैं छात्रों का भविष्य अच्छा करना चाहता हूं। यहां देखिए, ठंड के मौसम में धरना दे रहे लोग गाना गा रहे हैं। मैं आरोपों का जवाब देते-देते थक गया हूं। चारों तरफ देख लीजिए, आपको कहीं वैनिटी वैन दिखी। मैं यहीं (छात्रों के साथ बाहर) सोऊंगा।
