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चेन्नई में सामने आए HMPV वायरस के दो नए मामले, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने वायरस को लेकर कही ये बात

जिस चीन में ही कोरोना की उत्पत्ति हुई थी वहीं से एक और रेस्पिरेटरी डिजीज सामने आई है। इस नए वायरस का नाम ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस यानि HMPV है।  खबरें तो ये भी आ रही हैं कि HMPV के कहर के कारण मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे हैं। हालांकि चीन में इसे लेकर अभी तक आपातकाल की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। अब भारत में भी इसके मामले सामने आए गए हैं। अब तक भारत में कर्नाटक से दो और बंगाल और गुजरात से एक मामला सामने आया था, लेकिन सोमवार (6 जनवरी, 2024) को एचएमपीवी के और दो नए मामले चेन्नई से सामने आए हैं। ऐसे में देशभर में अब HMPV के कुल छह मामले हो गए हैं।

अबतक छह मामले आए सामने

तमिलनाडु में सामने आए मामलों के पहले कर्नाटक से दो और गुजरात से एक मामला सामने आया था। इन तीनों मामलों में संक्रमित शिशु ही हैं। कर्नाटक के जिन दो शिशुओं को संक्रमण हुआ है, उनमें से एक तीन महीने की नवजात है. दूसरा मामला 8 महीने के शिशु का है. इन दोनों को ही ब्रोन्कोपमोनिया की हिस्ट्री के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं तीसरा मामला गुजरात से था, जिसमें बच्ची 2 महीने है और उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे को तबीयत खराब होने पर 15 दिन पहले हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उस बच्चे को सर्दी और तेज बुखार था। शुरुआत में 5 दिन तक उसे वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। इसके बाद हुई जांचों में वायरस के संक्रमण का पता चला। कर्नाटक के दोनों केस के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बच्चे रुटीन जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे। टेस्ट कराने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया कि बच्चों के सैंपल निजी अस्पताल में जांचे गए और उन्होंने सरकारी लैब में जांच नहीं कराई।

मंत्रालय हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है- स्वास्थ्य मंत्री

देश में एचएमपीवी वायरल के तीन मामले सामने आने के बाद खतरे की घंटी बज गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये वायरस चीन में तेजी से फैल रहा है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने पैनिक न करने की बात कही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा की मंत्रालय हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि यह कोई नया वायरस नहीं है। हेल्थ एक्सपर्ट ने कहा कि यह कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहचान सबसे पहले 2001 में ही हो गई थी। हम लोगों ने बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा की है। स्थिति को काफी करीब से मॉनिटर कर रहे हैं. इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि यह वायरस आमतौर पर ठंड के समय में लोगों को संक्रमित करता है। जहां तक चीन में HMPV के बढ़ते मामलों की बात हैं तो इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की ओर से काफी करीब से नजर रखी जा रही है। WHO ने स्थिति का संज्ञान लिया है और शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा। उसके बाद रिपोर्ट आम लोगों के साथ शेयर किया जाएगा।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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