फ्री पानी…फ्री बस…फ्री बिजली….सबकुछ फ्री…फ्री…फ्री….
अब तक तो आप समझ गए होंगे हम किस पार्टी की बात कर रहे हैं.दिल्ली में चुनाव नजदीक है.लेकिन महिलाओं से लेकर स्टूडेंस तक के लिए फ्री योजनाओं की घोषनाएं अभी भी चालू है.आपको कोई चीज फ्री में मिले न मिले लेकिन बिना काम किए इनको फ्री में सत्ता जरुर मिल जाएगी.ये सरकार चार साल शीशमहल में रहती है.लेकिन जैसे ही चुनाव आता है वैसे ही ये लोग जनता के बीच उतर कर खुद को गरीब पार्टी कहने लगते हैं औऱ जब जनता को यकीन नहीं आता तो उनसे चंदा भी मांग लेते हैं,ताकी जनता इनकी बात पर भरोसा करे.अरविंद केजरीवाल अपनी सत्ता को बचाने के लिए लगातार फ्री योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं.अब तक फ्री पानी, फ्री बिजली तो लोगों को दे ही रहे थे.लेकिन जैसे ही चुनाव नजदीक आया इन्होंने महिलाओं को भी 2100 रुपय देने की घोषणा कर दी.इसके बाद न जाने कितने वादे इस पार्टी ने लोगों से किए.अब ये वादे पूरे होगें या नहीं ये आप पंजाब की हालत देखकर समझ सकते हैं.पंजाब में भी महिलाओं को 1000 रुपय देने का वादा किया था.लेकिन अब तक महिलाओं के अकाउंट में वादे के हजार रुपय नहीं पहुंचे.बस फ्री तो केजरीवाल की सरकार ने कर दिया था,लेकिन ब्रेक डाउन न होने की गारंटी आज तक नहीं दी.बस फ्री करने से जब इनको लगा काम नहीं चलेगा.तो अब ये मेट्रों को भी फ्री करना चाहते हैं.जरा नेताजी से पूछिए सारी चीजें फ्री कर देंगे तो, जिस जनता के टेक्स के पैसों से ये लोगों को ही फ्री रेवड़िया बांट रहे हैं.वो कहां से लाएंगे…क्योंकि जब फ्री में ही चीजें मिल जाएंगी तो जनता काम क्यों करेगी.काम ही नहीं करेगी तो टेक्स कहां से आएगा.दरअसल अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा और स्टूडेंस के लिए 50 प्रतिशत किराए में रियायत देने की मांग की.अगर केंद्र सरकार मान जाती है तब भी फ्री का क्रेडिट ये लेकर चुनाव जीत ही जाएंगें और अगर केंद्र सरकार मना कर देती है तो इनको बीजेपी पर इल्जाम लगाने का मौका मिल जाएगा की जी हम तो चाहते है लेकिन बीजेपी होने नहीं देती.लेकिन सवाल यही है की ये फ्री की रेवड़ी कब तक.क्योंकि जनता को तो अच्छी शिक्षा चाहिए,साफ सफाई चाहिए.जो की दिल्ली में 11 साल आप की सरकार होने के बाद भी नहीं मिल पा रही.
