दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर सुबह 7 बजे से जारी वोटिंग शाम 6 बजे संपन्न हो गई। सुबह से लेकर शाम तक दिल्ली में तमाम पोलिंग बूथों के बाहर वोटर्स की कतारें देखने को मिली। 699 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। अब 8 फरवरी को इनके भाग्य का फैसला होगा। दिल्ली में इस बार 58.06% लोगों ने वोट डाले हैं। सबसे ज्यादा नार्थ-ईस्ट दिल्ली में 64.33% और सबसे कम साउथ-ईस्ट में 54.58% मतदान हुआ है। यह भाजपा सांसद मनोज तिवारी का संसदीय क्षेत्र है। पिछले 12 सालों में यह सबसे कम वोटिंग है। पिछले 3 चुनावों के मुकाबले इस बार कम वोटिंग हुई है। साल 2013 में 65.63% वोटिंग हुई थी। 2015 में 67.12% और 2020 में 62.59% वोटिंग हुई थी। तीनों बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी। इस बार 58.06% वोटिंग हुई है।
बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दिग्गजों ने पूरी ताकत झोंक दी है। रैली, जनसभा, नुक्कड़ सभा, रोड शो, डोर-टू-डोर कैंपेन के जरिए मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश हुई है। सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में 13,766 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे, जो अलग-अलग 2696 लोकेशन पर थे। दिल्ली पुलिस ने चुनाव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे। आज राजधानी दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा है और सभी संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही थी। । चुनाव आयोग की ओर से दिल्ली के कई पोलिंग स्टेशनों पर विशेष तौर पर सजावट की गई है, जिसे देखकर स्थानीय वोटर्स आकर्षित हों और वोट देने के लिए मतदान केंद्र पर आएं।
वोटिंग खत्म होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पूर्ण बहुमत की सरकार बनती दिख रही है। वहीं, सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी (आप) की तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीदें धराशायी हो सकती हैं. दिल्ली विधानसभा में 70 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 36 है।11 एग्जिट पोल के नतीजों में से 9 में भाजपा को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। 2 में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने का अनुमान है। एग्जिट पोल के पोल ऑफ पोल्स में भाजपा को 39, AAP को 30 और कांग्रेस को एक सीट मिलने का अनुमान है। JVC और पोल डायरी ने अपने एग्जिट पोल में अन्य को भी 1-1 सीट मिलने का अनुमान जताया है।
