भारत के पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिकी दौरे पर हैं.पीएम मोदी की मुलाकात व्हाइट हाउस के प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप से होने वाली है.पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर है.इस दौरान उन्हें वहां हाई सेक्युरिटी मिलेगी. क्या आपको मालूम है कि जब मोदी अमेरिका या अन्य देशों में जाते हैं तो उनकी सुरक्षा कैसे होती है. खुद अमेरिकी एजेंसियां उनकी सुरक्षा का मानक कैसे तय करती हैं. उसके लिए क्या करती हैं.
आमतौर पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशी दौरे पर होते हैं तो उनके साथ विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के करीब 100 से 150 कमांडो तैनात रहते हैं. हालांकि सुरक्षा व्यवस्था मिशन के अनुसार अलग-अलग हो सकती है.
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका जाते हैं, तो भारतीय सुरक्षा एजेंसियां उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाती हैं. हालाँकि अमेरिका में सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की होती है, फिर भी भारतीय एजेंसियां (SPG, RAW, IB) महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों पर प्रधानमंत्री की निजी सुरक्षा SPG कमांडो द्वारा सुनिश्चित की जाती है.
अमेरिका की सीमा में पहुंचते ही सुरक्षा शुरू
जैसे राष्ट्रप्रमुख का विमान जब अमेरिका के एयरस्पेस में प्रवेश करता है, तो अमेरिकी एयर फोर्स उसके लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था करती है. एयर ट्रैफिक कंट्रोल राष्ट्रप्रमुख के विमान को अप्रत्याशित खतरे से बचाने के लिए प्राथमिकता देता है. एयरपोर्ट पर उतरते ही अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां उन्हें सीधे बुलेटप्रूफ गाड़ियों तक ले जाती हैं.
हर राष्ट्रप्रमुख के लिए एक आपातकालीन एस्केप प्लान तैयार किया जाता है. किसी भी अप्रत्याशित हमले या खतरे की स्थिति में उन्हें तेजी से सुरक्षित स्थान पर ले जाने की योजना तैयार रहती है. हेलीकॉप्टर और सुरंग मार्गों का भी विकल्प रखा जाता है.












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