छत्तीसगढ़ के बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर थाना गंगालूर क्षेत्र में गुरुवार सुबह मुठभेड़ में 20 नक्सलियों( Chhattisgarh Naxal Encounter) को ढेर कर दिया गया है। उधर कांकेर क्षेत्र में भी मुठभेड़ में 6 नक्सलियों को मार गिराया गया है। मुठभेड़ में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान शहीद हो गया है। इलाके में सर्चिंग जारी है और मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है। फिलहाल सभी 24 नक्सलियों के शव बरामद कर लिये गए हैं। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुए हैं। संयुक्त टीम ने इलाके में ऑपरेशन शुरू किया था। इस दौरान गुरुवार सुबह करीब सात बजे से दोनों ओर से लगातार फायरिंग हो रही है। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने 18 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं।
नक्सलियों के शव और कई ऑटोमेटिक हथियार बरामद
बस्तर में माओवाद (Chhattisgarh Naxal Encounter) को खत्म करने के लिए जवान लगातार जंगलों में घूम रहे हैं और लगातार सफलता भी मिल रहा है। वहीं माओवादी लगातार मिल रहे नुकसान से बौखलाए हुए हैं और हमेशा ये रणनीति बनाने के की फिराक में रहते हैं कि जवानों को कैसे नुकसान पहुंचाया जाए। कुछ जगहों पर नक्सली ये कोशिश कर रहे हैं कि जवानों के साथ मुठभेड़ हो सके या जवानों को नुकसान पहुंच सके। लेकिन इसके बाद भी वो सफल नहीं हो पा रहे हैं। बस्तर IG पी. सुंदरराज ने बताया है कि गुरुवार दोपहर तक दोनों तरफ से फायरिंग जारी है। मारे गए नक्सलियों के शव और कई ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए हैं। इधर, नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर स्थित थुलथुली इलाके में IED ब्लास्ट की चपेट में आने से दो जवान जख्मी हो गए। दोनों की हालत खतरे से बाहर है। यहां भी सर्च ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि मरने वाले नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है। हालांकि इस खबर की अभी आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
अगले साल 31 मार्च से पहले नक्सलमुक्त होगा देश-अमित शाह
इस मुठभेड़ के बाद केंद्रीय गृहमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा,‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों (Chhattisgarh Naxal Encounter) के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है।’
‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए।
मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की…
— Amit Shah (@AmitShah) March 20, 2025
माओवाद को खत्म करने के लिए एक्शन में सेना
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों के खिलाफ एक्शन (Chhattisgarh Naxal Encounter) ले रहे हैं। इसी क्रम में बीजापुर के फरसेगढ़ थाना नेशनल पार्क क्षेत्र में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सुबह से मुठभेड़ जारी है। वहीं इस मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए हैं। इससे पहले बीजापुर और नारायणपुर से लगी महाराष्ट्र की सीमा पर सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। इसमें 31 नक्सलियों की मौत हो गई थी। गंगालूर थाना क्षेत्र का यह इलाका दंतेवाड़ा जिले के बैलाडीला पहाड़ी से लगा हुआ है। यह नक्सलियों का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता रहा है।
