भारत सरकार ने टोल वसूली प्रणाली में बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है, जिससे यात्रियों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस नई नीति की घोषणा की है, जिसके तहत GPS आधारित टोल संग्रह प्रणाली लागू की जाएगी।
🚗 नई टोल नीति के प्रमुख बिंदु:
- टोल प्लाजा का उन्मूलन: देशभर में टोल प्लाजा को समाप्त किया जाएगा इसके स्थान पर GPS आधारित टोल संग्रह प्रणाली लागू की जाएगी, जिससे वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी
- 20 किलोमीटर तक टोल मुक्त यात्रा: यदि वाहन चालक 20 किलोमीटर तक की यात्रा करते हैं, तो उन्हें टोल टैक्स नहीं देना होगा यह सुविधा केवल उन वाहनों के लिए उपलब्ध होगी, जिनमें GNSS (Global Navigation Satellite System) आधारित प्रणाली सक्रिय होगी
- स्थानीय निवासियों के लिए राहत: हाईवे के किनारे स्थित गांवों के निवासियों को टोल टैक्स से छूट दी जाएगी उन्हें एक विशेष कार्ड जारी किया जाएगा, जिससे वे बिना टोल टैक्स के यात्रा कर सकेंगे
- नई तकनीकों का उपयोग: GPS आधारित टोल संग्रह प्रणाली के माध्यम से टोल वसूली की जाएगी इसमें वाहन के प्रवेश और निकासी बिंदुओं पर कैमरे लगाए जाएंगे, जो वाहन की तस्वीर लेकर टोल वसूली करेंगे
- पायलट प्रोजेक्ट की सफलता: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर GPS आधारित टोल संग्रह प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है इसके आधार पर सरकार ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने का निर्णय लिया है
📅 लागू होने की तिथि:
यह नई टोल नीति अगले वर्ष मार्च तक लागू होने की संभावना ह। सरकार ने इसके लिए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी है।
🗣️ नितिन गडकरी का बयान
नितिन गडकरी ने कहा है कि “अब शहरों के भीतर बने टोल नाकों को हटाया जाएगा , उन्होंने यह भी बताया कि “पुरानी गाड़ियों में भी GPS प्रणाली मुफ्त में लगाई जाएग।
इस नई टोल नीति से यात्रियों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे यात्रा में समय की बचत होगी और टोल वसूली में पारदर्शिता आएी स्थानीय निवासियों को भी टोल टैक्स से छूट मिलेगी, जिससे उनकी यात्रा सरल और सस्ती होी।
