पाकिस्तान में अबू मूसा की भारत विरोधी धमकी और जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियाँ
हाल ही में पाकिस्तान में आयोजित एक रैली में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू मूसा ने भारत के खिलाफ तीव्र धमकियाँ दी हैं। उन्होंने कहा कि “जम्मू-कश्मीर में जिहाद चलता रहेगा, बंदूकें गरजेंगी और सिर कलम किए जाते रहेंगे।” इस बयान ने क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ उत्पन्न कर दी हैं।
अबू मूसा का आतंकवादी इतिहास
अबू मूसा, जो पहले हिज़्बुल मुजाहिदीन के सदस्य थे, ने 2017 में अल-क़ायदा के समर्थन में अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद नामक संगठन की स्थापना की थी। उन्होंने हुर्रियत नेताओं को चेतावनी दी थी कि वे उनके “इस्लाम के लिए जंग” में हस्तक्षेप न करें, अन्यथा उनका “सिर काटकर लाल चौक पर टांग देंगे”
पाकिस्तान में आयोजित रैली और भारत विरोधी नारेबाजी
पाकिस्तान में आयोजित एक रैली में अबू मूसा ने भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए। उन्होंने कहा कि “जम्मू-कश्मीर में जिहाद चलता रहेगा, बंदूकें गरजेंगी और सिर कलम किए जाते रहेंगे।” इस बयान के दौरान पाकिस्तान में भारत विरोधी नारेबाजी भी की गई, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया है।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने अबू मूसा के बयान की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें अपनी धरती पर पनाह देने से रोकना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अपनी नीतियों में बदलाव लाकर क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार भूमिका निभानी चाहिए।
अबू मूसा का हालिया बयान और पाकिस्तान में आयोजित रैली में की गई भारत विरोधी नारेबाजी ने क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ उत्पन्न कर दी हैं। भारत सरकार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और पाकिस्तान से आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की उम्मीद जताई है। इस स्थिति में क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भी जिम्मेदारी बनती है।
