लोकसभा चुनाव अपने आखिरी चरण में है, पांच चरणों के चुनाव हो चुके हैं, दो चरण के चुनाव बाकी है। नेता रैलियों और भाषणबाजी में व्यस्त हैं। इसी बीच प्रयागराज के फूलपूर में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की संयुक्त रैली में बवाल हो गया। राहुल-अखिलेश के मंच पर पहुंचते ही समर्थक बेकाबू हो गए, उन्होंने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया। मंच की तरफ बढ़ने लगे। हालात यह हो गए कि मंच पर बैठे अखिलेश ने समर्थकों से शांत रहने की अपील भी की।
बिना भाषण दिए लौटे राहुल और अखिलेश
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव फूलपूर में गठबंधन के प्रत्याशी अमरनाथ मौर्य के समर्थन में रैली करने पहुंचे थे। दोनों नेता जैसे ही मंच पर पहुंचे भीड़ बेकाबू हो गई। बैरिकेडिंग तोड़ते हुए भीड़ मंच तक पहुंच गई। माइक का तार टूट गया। बिजली का तार टूट गया। कई कार्यकर्ता और मीडिया कर्मी गिरकर चोटिल हो गए। अखिलेश के साथ राहुल ने भी हाथ उठाकर लोगों से शांत रहने की अपील की। जब दोनों नेताओं की समर्थकों ने नहीं सुनी तो यह देखकर अखिलेश नाराज हो गए। अखिलेश उठे और मंच से जाने लगे। मंच पर मौजूद नेताओं ने अखिलेश को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह इतना नाराज हो गए कि मंच के पीछे बने हैलिपेड की तरफ चल पड़े। अखिलेश के साथ राहुल भी मंच से उतर आए। दोनों नेता रैली को संबोधित किए बिना ही मंच छोड़कर हेलिकॉप्टर से रवाना हो गए।
2024 का चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव – अखिलेश
बता दें कि इलाहाबाद में कांग्रेस तो फूलपुर में सपा का प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। दोनों के समर्थन में यह साझा रैली का आयोजन किया गया था। दोनों नेता सपा उम्मीदवार अमरनाथ मौर्य के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे। लेकिन इस रैली में भगदड़ मच गई। इस कारण वहां दोनों नेता बिना कुछ बोले निकल गए। इसके बाद राहुल और अखिलेश की साझा रैली प्रयागराज के मुंगारी में हुई। मुंगारी में दोनों नेताओं ने कांग्रेस के उज्जवल रमण सिंह के समर्थन में साझा रैली को संबोधित किया। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 का चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है। एक तरफ, वो लोग हैं जो संविधान को खत्म करना चाहते हैं. दूसरी तरफ, आप और हम हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं।
