Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष का आज आठवां दिन है। दोनों देश एक दूसरे पर लगातार हमलावर हैं। हर बीतते दिन के साथ दोनों पुराने दुश्मनों के बीच संघर्ष और तेज होता जा रहा है। ईरान ने भी इस्राइल के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं। ईरानी मिसाइलों ने देर रात इस्राइली अस्पताल को निशाना बनाया। इसके जवाब में इस्राइल ने बृहस्पतिवार को ईरान में परमाणु ठिकानों पर बमबारी की। ईरान के ताजा हमलों में कम से कम 240 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं। इस बीच ईरान को रुस और ब्लादिमीर पुतिन का साथ मिलता दिख रहा है।
‘रूस और ईरान के बीच चल रही परमाणु साझेदारी पूरी तरह सुरक्षित’
दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर यूक्रेन पर रूस के दावे को दोहराते हुए कहा कि रूसी और यूक्रेनी लोग एक ही हैं, और इस नज़रिए से पूरा यूक्रेन हमारा है। पुतिन ने ये भी साफ किया कि रूस और ईरान के बीच चल रही परमाणु साझेदारी पूरी तरह सुरक्षित है। ईरान के बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र में काम जारी है और वहां से कर्मचारियों को नहीं हटाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस, ईरान को उसके वैध हितों की रक्षा के लिए पूरा समर्थन देता है, जिसमें शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम भी शामिल है. उन्होंने कहा कि ईरान को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग का पूरा अधिकार है।
ईरान को परमाणु ऊर्जा का अधिकार- पुतिन
इजरायल-ईरान तनाव पर बोलते हुए पुतिन ने कहा कि कहा कि दोनों देशों के लिए कोई ऐसा हल निकाला जा सकता है, जो दोनों को मंजूर हो। उन्होंने ग्लोबल साउथ और मध्य पूर्व के देशों से इस मसले में मदद की उम्मीद जताई। पुतिन का कहना था कि किसी एक देश की सुरक्षा दूसरे देशों के नुकसान पर नहीं होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने ईरान को परमाणु ऊर्जा का अधिकार होने की बात भी कही। पुतिन ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू, ईरान के राष्ट्रपति पेज़ेशकियन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप से बात की है। उन्होंने कहा, ‘मैंने रूस का नजरिया साझा किया। उम्मीद है कि हमारे प्रस्तावों पर अमल होगा।’
पुतिन ने यह भी कहा कि जो लोग यह दावा करते हैं कि रूस एक भरोसेमंद साझेदार नहीं है, वे सिर्फ उकसाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि रूस हमेशा अपने साझेदारों के साथ खड़ा रहा है और अपनी जिम्मेदारियों को निभाता आया है। ऐसे बयान देने वाले तत्वों का उद्देश्य केवल गलतफहमी फैलाना और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को नुकसान पहुंचाना है।
Israel Iran War में ईरान के 600 से ज्यादा लोग मारे गए
इजराइली हमले में ईरान के 600 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. ईरान की राजधानी तेहरान सबसे ज्यादा निशाने पर है। 2000 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. ईरान के 10 से ज्यादा सैन्य कमांडर और 9 परमाणु वैज्ञानिक भी मारे गए हैं। इजराइल ईरान पर टारगेट कीलिंग और ड्रोन-मिसाइल के जरिए अटैक कर रहा है। ईरान भी जवाबी हमला कर रहा है, लेकिन अब तक उसके हाथ इजराइल का कोई भी बड़ा अफसर नहीं लगा है। ईरान आईडीएफ और वैज्ञानिकों के बेस को ही सिर्फ उड़ा पा रहा है। टारगेट कीलिंग में ईरान का सैन्य सिस्टम काफी पीछे है।
