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Jagannath Rath Yatra 2025: सज गए रथ, लगा भक्तों का तांता, आज से शुरू जगन्नाथ रथ यात्रा

Jagannath Rath Yatra 2025

ओडिशा के पुरी में आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा(Jagannath Rath Yatra 2025) निकाली जाएगी। यहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। रथ यात्रा(Jagannath Rath Yatra 2025) शाम 4 बजे से शुरू होगी। उससे पहले सुबह से विधि विधान शुरू होंगे। पुरी सजकर भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार है। प्रशासन ने भी सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम पूरे कर लिए हैं। इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो। पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।

भाई-बहन के साथ मौसी गुंडिचा के मंदिर जाते हैं भगवान जगन्नाथ

इस धार्मिक यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2025) के दौरान भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी गुंडिचा के मंदिर जाते हैं। इस यात्रा में शामिल होने के लिए हजारों भक्त जगन्नाथ धाम पहुंचते हैं। आपको बता दें कि 27 जून से यह यात्रा(Jagannath Rath Yatra 2025) शुरू होगी और 8 जुलाई को नीलाद्रि विजय के साथ इसका समापन होगा। इस दिन भगवान अपने धाम में वापस लौट जाएंगे। जगन्नाथ भगवान की रथ यात्रा शुरू होने से पगले आज सुबह 6 बजे पुरी धाम में मंगला आरती की गई। सुबह 9 बजकर 30 मिनट से भगवान को रथ पर बिठाने की धार्मिक विधियां की गई, इसके बाद अब लगभग 1 बजे दोपहर को भगवान को रथ पर विराजमान करवाया जाएगा। यात्रा शुरू होने से पहले दोपहर लगभग 3 बजे पुरी राजपरिवार के गजपति रथ यात्रा के मार्ग पर बुहारा (सोने के झाडू से सफाई) लगाकर यात्रा(Jagannath Rath Yatra 2025) का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ गुंडिचा मंदिर के लिए निकल जाएंगे।

जगन्नाथ रथ यात्रा का महत्व?

यह परंपरा हजारों साल पुरानी है और इसे ‘भगवान की सालाना यात्रा'(Jagannath Rath Yatra 2025) के रूप में देखा जाता है। यह एकमात्र ऐसा अवसर है जब भगवान मंदिर से बाहर निकलकर आम भक्तों को दर्शन देते हैं। इस दौरान ‘पहांडी’ नामक अनूठी रस्म होती है, जिसमें भगवानों को झूमते हुए रथ पर लाया जाता है। इस यात्रा में जो भी शामिल होता है उसके सारे कष्टों का अंत होता है।

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने पूरी की सारी तैयारियां

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) के मुख्य प्रशासक अरविंद पड्ढी ने बताया, महाप्रभु श्रीजगन्नाथ की कृपा से शुक्रवार को रथ यात्रा(Jagannath Rath Yatra 2025) शांतिपूर्वक संपन्न कराने की पूरी तैयारी हो चुकी है। हमें सेवायतों का पूरा सहयोग मिल रहा है और सभी इंतजाम मुकम्मल हैं। तीनों भाई-बहनों भगवान बलभद्र,देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों (Jagannath Rath Yatra 2025) को खींचने का कार्य सभी अनुष्ठानों के पूर्ण होने के बाद शाम 4 बजे शुरू होगा। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पुरी पहुंच रहे हैं। वहीं ओडिशा डीजीपी वाई बी खुरानिया ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुरी शहर को किले में तब्दील कर दिया गया है। करीब 10,000 सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालेंगे, जिसमें 8 केंद्रीय सशस्त्र बल कंपनियां शामिल हैं।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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