पुणे पोर्शे कार हादसे में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गाज गिरी है। दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, पुलिस इंस्पेक्टर राहुल जगदले और असिसटेंट पुलिस इंस्पेक्टर विश्वनाथ टोडकरी को सस्पेंड किया गया है। दोनों पुलिसकर्मी यरवदा पुलिस स्टेशन पर तैनात थे। आरोप है कि दोनों पुलिसकर्मियों ने इस घटना की जानकारी वायरलेस कंट्रोल रूम को नहीं दी थी। सीपी पुणे अमितेश कुमार ने इस कार्रवाई की जानकारी मीडिया को दी है।
सबूतों से छेड़छाड़ के भी लगे आरोप
इससे पहले पुणे कमिश्नर अमितेश कुमार ने बताया कि पोर्श कार हादसे के मामले में सबूतों से छेड़छाड़ कर यह दिखाने का प्रयास किया गया कि दुर्घटना के समय गाड़ी 17 वर्षीय किशोर नहीं बल्कि एक वयस्क चला रहा था लेकिन यह कोशिश नाकाम रही। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास उसके (किशोर के) पब में शराब पीने के सीसीटीवी फुटेज हैं। कहने का मतलब यह है कि हमारा मामला केवल खून की रिपोर्ट पर निर्भर नहीं है और हमारे पास अन्य साक्ष्य भी हैं।”
सभी 6 आरोपियों ने कोर्ट ने 7 जून तक की न्यायिक हिरासत
फिलहाल महाराष्ट्र के पुणे में पोर्शे कार दुर्घटना मामले में आरोपी नाबालिग के पिता विशाल अग्रवाल समेत सभी 6 आरोपियों ने कोर्ट ने 7 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। मामले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है, जिसमें काफी हद तक आरोपियों तक पहुंचने में देरी के लिए पुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार बताया गया है। वहीं दूसरी ओर पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार का कहना है कि इस पूरे मामले में कोर्ट में पुलिस अपना पक्ष रखेगी।
