ठाकरे परिवार के घर ‘मातोश्री’ के ऊपर उड़ा रहस्यमयी ड्रोन, मुंबई में मचा हड़कंप! पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
मुंबई में सोमवार शाम को उस वक्त अफरातफरी मच गई जब ठाकरे परिवार के घर ‘मातोश्री’ के ऊपर एक अज्ञात ड्रोन उड़ता देखा गया।
स्थानीय लोगों और सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचीं और पूरे इलाके को घेर लिया गया।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब महाराष्ट्र की राजनीति में तनाव का माहौल पहले से ही गर्म है, जिससे मामले ने और गंभीर रूप ले लिया।
📍 क्या हुआ और कब हुआ
यह घटना रविवार देर शाम लगभग 6:45 बजे की बताई जा रही है।
बांद्रा (पूर्व) में स्थित मातोश्री परिसर के ऊपर एक ड्रोन लगभग दो से तीन मिनट तक मंडराता देखा गया।
सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने ड्रोन को देखकर तुरंत अलर्ट जारी किया और बांद्रा पुलिस स्टेशन को इसकी जानकारी दी।
कुछ ही देर में मुंबई पुलिस, ATS (Anti-Terror Squad) और स्थानीय खुफिया विभाग (IB) की टीम मौके पर पहुंची।
ड्रोन का फुटेज और उड़ान दिशा को ट्रैक करने के लिए CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी गई।
🚨 ठाकरे परिवार की प्रतिक्रिया
इस घटना पर उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पार्टी प्रवक्ता ने इसे “जासूसी की कोशिश” बताया और कहा कि यह ठाकरे परिवार की सुरक्षा में गंभीर चूक है।
उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी हाई सिक्योरिटी जोन में कोई ड्रोन कैसे उड़ सकता है।
शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा,
“यह सिर्फ एक तकनीकी गलती नहीं हो सकती। अगर कोई भी व्यक्ति मातोश्री के ऊपर ड्रोन उड़ा सकता है, तो कल को कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। सरकार को तुरंत जांच करनी चाहिए।”
🕵️♂️ मुंबई पुलिस की सफाई
वहीं, मुंबई पुलिस ने बाद में बयान जारी करते हुए कहा कि यह एमएमआरडीए (MMRDA) के सर्वे से जुड़ा ड्रोन था।
पुलिस के मुताबिक, “बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) क्षेत्र में चल रहे एक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट सर्वे” के लिए यह ड्रोन इस्तेमाल किया गया था और गलती से उसका मार्ग मातोश्री क्षेत्र के ऊपर चला गया।
पुलिस ने बताया कि ड्रोन ऑपरेटर से पूछताछ की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
⚙️ सुरक्षा एजेंसियों की जांच
ATS और IB की टीमें ड्रोन के डेटा और उड़ान रूट की जांच कर रही हैं।
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि ड्रोन किसी निजी सर्वे एजेंसी द्वारा संचालित किया गया था, जो MMRDA के साथ काम कर रही थी।
हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां इस बात की पुष्टि करने में जुटी हैं कि क्या ड्रोन से कोई वीडियो रिकॉर्डिंग या डेटा ट्रांसफर हुआ था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“तकनीकी रूप से अब कोई भी ड्रोन बिना अनुमति उड़ाना अपराध है, खासकर सुरक्षा जोन में। इस मामले में अगर जानबूझकर नियमों का उल्लंघन हुआ है, तो कड़ी कार्रवाई होगी।”
⚡ राजनीतिक हलचल
इस घटना के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से सियासी बयानबाज़ी शुरू हो गई है।
महाविकास आघाड़ी (MVA) के नेताओं ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ठाकरे परिवार की सुरक्षा को लेकर सरकार लापरवाह है।
वहीं, शिंदे गुट ने इसे “राजनीतिक ड्रामा” बताया और कहा कि “हर ड्रोन पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।”
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक हथियार बन सकता है।
📡 ड्रोन कानून और सुरक्षा चिंता
भारत में ड्रोन उड़ाने के लिए DGCA की अनुमति जरूरी है, और विशेष रूप से “नो-फ्लाई ज़ोन” जैसे इलाकों में ड्रोन उड़ाना सख्त मना है।
मातोश्री को Z+ सिक्योरिटी जोन घोषित किया गया है, जहां बिना विशेष अनुमति किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल अपराध की श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह ड्रोन किसी निजी एजेंसी द्वारा गलती से उड़ा भी हो, तब भी यह सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी लापरवाही है।
मातोश्री के ऊपर ड्रोन उड़ने की यह घटना फिलहाल भले ही तकनीकी गलती बताई जा रही हो,
लेकिन इसने एक बार फिर VIP सुरक्षा, ड्रोन रेगुलेशन और राजनीतिक तनाव पर बहस छेड़ दी है।
अब देखना होगा कि जांच रिपोर्ट में क्या निकलता है —
क्या यह वाकई एक साधारण सर्वे ड्रोन था, या फिर ठाकरे परिवार की जासूसी का कोई छिपा हुआ प्रयास?
जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा: नए राष्ट्रपति बने मार्क कार्नीक्या रोहित शर्मा का ये आख़िरी वनडे हैं ? सूत्रों के हवाले से ये बड़ी खबर आ रही हैं Mohammad Shami के एनर्जी ड्रिंक पर बवाल, मौलवी बोले- वो गुनाहगार…अपराधी
theguardian.com thetimes.co.uk theaustralian.com.au












Users Today : 7
Views Today : 10