Air India Plane Crash Report: AAIB की रिपोर्ट में क्या सामने आया? अब भी कई सवाल अनसुलझे..
लेखक: [Rahul Chandre]
3 जुलाई 2025 की वो दोपहर आज भी लोगों के ज़ेहन में ताज़ा है, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने टेक-ऑफ के चंद मिनटों बाद ही अपना संतुलन खो दिया और एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गई। इस भयावह क्रैश ने न सिर्फ दर्जनों ज़िंदगियों को प्रभावित किया बल्कि एविएशन सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए।
अब, Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है — और यह रिपोर्ट कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर कर रही है।

क्या कहती है AAIB की रिपोर्ट?
रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच अचानक कट-ऑफ हो गए थे। इसका मतलब यह है कि इंजन में ईंधन की सप्लाई अचानक रुक गई और पावर लॉस के कारण विमान हवा में ही असंतुलित हो गया। पायलटों ने इमरजेंसी प्रक्रिया अपनाने की कोशिश की, लेकिन उनके पास समय बहुत कम था।
मुख्य कारण:
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इंजन फ्यूल सप्लाई में अचानक रुकावट
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स्विचेज़ में तकनीकी खराबी
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आपातकालीन रिएक्शन के लिए अपर्याप्त समय
रिपोर्ट यह भी बताती है कि हादसे से पहले किसी भी चेतावनी सिस्टम ने समस्या का संकेत नहीं दिया था। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या विमान की प्री-फ्लाइट जांच में कोई चूक हुई थी?
कौन हैं जिम्मेदार?
यह सवाल अब भी पूरी तरह अनसुलझा है। एयर इंडिया और DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) दोनों ने जांच में पूरा सहयोग देने का वादा किया है, लेकिन ज़िम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया में समय लग सकता है।
क्या यह सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी थी?
या फिर मेंटेनेंस टीम की लापरवाही?
यह ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब अगली रिपोर्ट्स और गहन जांच से ही मिल पाएगा।
यात्रियों और क्रू की बहादुरी
जैसे ही विमान ने आपातकालीन लैंडिंग की कोशिश की, क्रू मेंबर्स ने पूरी निष्ठा से यात्रियों को सुरक्षित निकालने में मदद की। पायलटों की सूझबूझ और ग्राउंड स्टाफ की तत्परता ने एक बड़ी त्रासदी को और भी भयानक बनने से रोका।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर इस भयावह अनुभव को साझा किया। एक यात्री ने लिखा:
“मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा कि मैं ज़िंदा हूं। प्लेन में तेज़ झटका लगा और अचानक इंजन की आवाज़ बंद हो गई। सब लोग चीखने लगे।”
भविष्य की सुरक्षा क्या होगी?
AAIB ने कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं:
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फ्यूल कंट्रोल सिस्टम का व्यापक परीक्षण
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इमरजेंसी प्रोटोकॉल में सुधार
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नए अलार्म और मॉनिटरिंग सिस्टम का इस्तेमाल
अंतिम सवाल: क्या यह हादसा टल सकता था?
यह सबसे बड़ा और सबसे दर्दनाक सवाल है। अगर प्री-फ्लाइट चेक में इस गड़बड़ी को पकड़ लिया गया होता, अगर सिस्टम थोड़ा और एडवांस होता, तो शायद ये हादसा कभी होता ही नहीं। यही वह बिंदु है, जहां भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र को गंभीर आत्मचिंतन करने की जरूरत है।
यह हादसा हमें याद दिलाता है कि तकनीक कितनी भी उन्नत हो जाए, लेकिन सुरक्षा में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। उम्मीद है कि AAIB की रिपोर्ट से सीख लेते हुए एयर इंडिया और सभी एयरलाइंस अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत करेंगी।
3 जुलाई 2025 की वो दोपहर आज भी लोगों के ज़ेहन में ताज़ा है, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने टेक-ऑफ के चंद मिनटों बाद ही अपना संतुलन खो दिया और एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गई। इस भयावह क्रैश ने न सिर्फ दर्जनों ज़िंदगियों को प्रभावित किया बल्कि एविएशन सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए।
अब, Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है — और यह रिपोर्ट कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर कर रही है।
Air India Plane Crash Report: AAIB की रिपोर्ट में क्या सामने आया? अब भी कई सवाल अनसुलझे..












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