छठ पूजा का महापर्व बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश जैसे उत्तर भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है। कहा जाता है यह पर्व मैथिल,मगही और भोजपुरी लोगों का सबसे बड़ा पर्व है। हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक छठ पूजा मनाई जाती है। इस व्रत को विवाहित महिलाएं करती हैं। छठ पूजा में सूर्य देव की उपासना की जाती है.इसका एक अलग ऐतिहासिक महत्व भी है। हर भारतीय को इस महापर्व के इतिहास के बारे में जानना चाहिए। तो आईए जानते हैं छठ पूजा से जुड़ी पौराणिक कथाओं के बारे में…
पहली कथा- माता सीता ने की थी सूर्यदेव की पूजा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब राम-सीता 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तब रावण वध के पाप से मुक्त होने के लिए उन्होंने ऋषि-मुनियों के आदेश पर राजसूर्य यज्ञ करने का फैसला लिया और कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को सूर्यदेव की उपासना करने का आदेश दिया। इससे माता सीता ने मुग्दल ऋषि के आश्रम में रहकर छह दिनों तक सूर्यदेव भगवान की पूजा की थी।

दूसरी कथा- द्रौपदी ने किया था व्रत
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, छठ व्रत की शुरूआत द्रौपदी से मानी जाती है. द्रौपदी ने पांडवों के अच्छे स्वास्थ्य और उनके बेहतर जीवन के लिए छठी मईया का व्रत रखा था. उसके बाद पांडवों को उनका राजपाट वापस मिल गया था।
तीसरी कथा- महाभारत काल से हुई थी छठ पूजा की शुरुआत
हिंदू मान्यता के मुताबिक छठ पर्व की शुरुआत महाभारत काल से हुई थी। इस पर्व को सबसे पहले सूर्यपुत्र कर्ण ने सूर्य की पूजा करके शुरू किया था। कहा जाता है कि कर्ण भगवान सूर्य के परम भक्त थे और वो रोज घंटों तक पानी में खड़े होकर उन्हें अर्घ्य देते थे। सूर्य की कृपा से ही वह महान योद्धा बने। आज भी छठ में अर्घ्य दान की यही परंपरा प्रचलित है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह में मनाए जाने वाले इस त्योहार के पहले दिन नहाय खाय की परंपरा को निभाया जाता है। इसके अगले दिन खरना पूजा होती है। इसके बाद निर्जला व्रत की शुरुआत होती है। इसके अगले दिन व्रत किया जाता है और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का विधान है।
Author: Mukul Dwivedi
I graduated From the University of Allahabad and PG diploma in Mass communication From Government Polytechnic Lucknow. After study worked with Bharat samachar as Trainee Producer. Currently I am working With Ekal Bharat as a Producer.












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