Himachal Pradesh Rain Alert: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार रात और मंगलवार तड़के बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई। करसोग, सराज और धर्मपुर उपमंडलों में आसमानी कहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बताया जा रहा है कि करसोग घाटी में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात हैं जिसमें 7 से 8 मकान बह गए हैं। कई इलाकों में गाड़ियां बह गई हैं और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। वहीं, कुल्लू की बंजार घाटी में तीर्थन नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है जहां बाढ़ बारिश के बाद दर्जनों रास्ते टूट गए हैं। करसोग में जहां तीन की मौत हो गई, वहीं कई घर, गौशालाएं और वाहन मलबे में दबकर तबाह हो गए। इतना ही नहीं, 30 से अधिक लोग लापता हैं।
मंडी शहर में भी स्थिति गंभीर
बादल फटने और भारी बारिश के कारण मंडी शहर में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। थनेहड़ा के पास एक नाले के अवरुद्ध हो जाने से पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया। आधी रात को प्रशासन को अलर्ट मोड पर आना पड़ा और नगर निगम के साथ मिलकर घरों से पानी बाहर निकाला गया। प्रशासन की ओर से लोगों को निचले इलाकों से हटने की अपील की गई है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए विशेष टीमें तैनात कर दी गई हैं। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वहीं, कुल्लू जिले के स्याज में 9 लोगों के बहने की सूचना है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी प्रदेश(Himachal Pradesh) के हालात पर चिंता जताई है और त्वरित राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में मॉनसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे प्रशासन सतर्क हो गया है। भारी बारिश से जहां नदी-नाले उफान पर हैं तो वहीं पहाड़ों को दरकने और सड़कों पर मलबा आने से लोगों को भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, 01 जुलाई से 06 जुलाई के दौरान हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने आज भी तेज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश देखते हुए DC मंडी ने आज (मंगलवार को) जिले के सभी स्कूल-कालेजों में छुट्टी कर दी है।
26 जून को कांगड़ा और कुल्लू में भी फटा था बादल
हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में बादल फटने की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले पिछले हफ्ते 26 जून को कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने से अचानक पानी का सैलाब आ गया था। बाढ़ की वजह से 10 लोग लापता हो गए थे। साथ ही बाढ़ में करीब 20 लोगों के बह जाने की आशंका जताई गई थी, जिनमें से कुछ को बचा लिया गया था। कांगड़ा जिले के मनुनी खड्ड में इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास एक श्रमिक कॉलोनी में रह रहे करीब 15-20 श्रमिकों के खनियारा मनुनी खड्ड में जल स्तर बढ़ने की वजह से बह जाने की जानकारी सामने आई थी।
Author: Mukul Dwivedi
I graduated From the University of Allahabad and PG diploma in Mass communication From Government Polytechnic Lucknow. After study worked with Bharat samachar as Trainee Producer. Currently I am working With Ekal Bharat as a Producer.












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