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Monsoon Session: सदन में राहुल ने मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेरा, बजट सत्र पर कह दी ये बड़ी बात

मॉनसून सत्र में आज राहुल गांधी ने मोदी सरकार को लेकर कई हमले किए। राहुल ने अग्निवीर, पेपर लीक, किसान और मिडिल क्लास पर बात की। राहुल ने कहा- मोदी सरकार ने मिडिल क्लास की पीठ पर छुरा घोंपा है। राहुल ने कहा कि देश का हर युवा पेपर लीक पर वित्त मंत्री को सुनना चाहता था और इस बजट से किसान भी खुश नहीं है। इतना ही नहीं राहुल ने गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का भी जिक्र किया।

भाजपा ने भारत की जनता को चक्रव्यूह में फंसाया है- राहुल

राहुल ने अपने संबोधन के शुरुआत में कहा कि भाजपा ने भारत की जनता को चक्रव्यूह में फंसाया है। राहुल गांधी ने कहा कि जो महाभारत में सालों पहले अभिमन्यु के साथ किया गया था, वही आज भारत की जनता के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले हरियाणा में अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में मारा था। चक्रव्यूह के अंदर डर और हिंसा होती है और अभिमन्यु को उसमें फंसाकर 6 लोगों ने मारा। उन्होंने कहा कि मैंने चक्रव्यूह के बारे में रिसर्च की और पता लगा कि इसका एक दूसरा नाम होता है- पद्मव्यू , जो कमल के फूल के आकार का होता है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि इक्कीसवीं सदी में एक नया चक्रव्यूह आया है, वो भी कमल के आकार का है। जिस चक्रव्यूह में अभिमन्यु को फंसाया गया था, वहीं हिंदुस्तान की जनता के साथ हो रहा है. वही हिन्दुस्तान के युवाओं, किसानों, माताओं-बहनों, स्माल और मीडियम बिजनेस के साथ किया जा रहा है. इस चक्रव्यूह का चिन्ह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी छाती पर लेकर चलते हैं। महाभारत वाले चक्रव्यूह को 6 लोग द्रोणाचार्य, कर्ण, कृर्पाचार्य, कृ्तवर्मा, अश्वधामा और शकुनी कंट्रोल कर रहे थे और आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं, जिसमें नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी, मोहन भागवत जी, अजित डोवाल जी, अंबानी और अडानी जी हैं।

देश में “टैक्स टेररिज्म” को लेकर केंद्र की आलोचना की

बजट स्पीच का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेपर लीक के बारे में बजट स्पीच के दौरान कुछ नहीं कहा और एजुकेशन सेक्टर के लिए इस बार कम पैसा दिया गया है। युवाओं के लिए पेपर लीक सबसे जरूरी मुद्दा है, उन्होंने इसके बारे में एक शब्द नहीं कहा। आपने एक तरफ पेपरलीक चक्रव्यूह और दूसरी तरफ बेरोजगारी चक्रव्यू बना दिया. बीस साल में शिक्षा पर सबसे कम बजट (2.5 फीसदी) है। टैक्स टेररिज्म को रोकने के लिए बजट में सरकार ने कुछ नहीं दिया। मिडिल क्लास की छाती और पीठ में छुरा घोंपा गया।

राहुल ने पूछा-आपने युवाओं के लिए क्या किया?

राहुल ने कहा, देश में डर का माहौल है. मंत्री डरे हुए हैं. किसान डरे हुए हैं. युवा डरे हुए हैं. श्रमिक डरे हुए हैं. राहुल ने कहा, कोरोना के समय आपने छोटे बिजनेस को खत्म किया. इसकी वजह से बेरोजगारी है। यहां वित्त मंत्री बैठी हैं। अब युवाओं के लिए आपने क्या किया? आपने इंटर्नशिप की बात की, लेकिन ये शायद एक मजाक है। आपने कहा कि ये हिंदुस्तान की 500 कंपनियों में है। पहले आपने पैर तोड़ दिए, अब आप बैंडेज लगाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस बजट का एकमात्र उद्देश्य इस ढांचे को मजबूत करना है – एकाधिकार व्यापार का ढांचा, एक राजनीतिक एकाधिकार का ढांचा जो लोकतांत्रिक ढांचे और डीप स्टेट और एजेंसियों को नष्ट करता है. इसका परिणाम यह हुआ है – जिन्होंने भारत को रोजगार दिया, छोटे और मध्यम व्यवसायों पर नोटबंदी, जीएसटी और टैक्स टेररिज्म के जरिए हमला किया गया।”

Mukul Dwivedi
Author: Mukul Dwivedi

I graduated From the University of Allahabad and PG diploma in Mass communication From Government Polytechnic Lucknow. After study worked with Bharat samachar as Trainee Producer. Currently I am working With Ekal Bharat as a Producer.

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