दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत के बाद अब मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। सभी की निगाहें इस बात पर लगी हुई है कि पार्टी किसे मुख्यमंत्री बनाएगी? वैसे तो भाजपा ने चुनाव से पहले किसी को भी अपना चेहरा घोषित नहीं किया था। लेकिन इस रेस में फिलहाल 5 लोगों के नाम चल रहे हैं जो दिल्ली की सत्ता संभाल सकते हैं। आइये जानते हैं कि वो कौन से नाम हैं और क्यों उनकी दावेदारी मजबूत है।
1.प्रवेश वर्मा- पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से आप संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पराजित किया है। वह पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं। केजरीवाल को हराने के कारण उनकी मजबूत दावेदारी है। वह दो बार सांसद व एक बार विधायक रह चुके हैं। इन्हें मुख्यमंत्री बनाकर दिल्ली देहात के साथ ही राजस्थान, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों को संदेश दिया जा सकता है।
2. मनोज तिवारी- उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली के 7 में से 6 सांसदों के टिकट काट दिए थे, लेकिन मनोज तिवारी को पार्टी ने फिर से टिकट दिया था। वो 2016 से 2020 तक दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं। पूर्वांचल वोटर्स के बीच मनोज तिवारी काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं. 8 महीने बाद बिहार में चुनाव हैं. ऐसे में बीजेपी उन्हें भी मुख्यमंत्री बना सकती है।
3.वीरेंद्र सचदेवा- वीरेंद्र सचदेवा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और पार्टी की पंजाबी लॉबी को भी रिप्रजेंट करते हैं। दिल्ली में मूल रूप से पंजाबी वोटर्स की बहुतायत रही है। पंजाबियों को साधे बिना दिल्ली पर कभी राज नहीं किया जा सकता। दिल्ली में अगर बीजेपी जीतती है तो यही कहा जाएगा कि उनके नेतृत्व में बीजेपी ने यह कमाल दिखाया है। नैतिक रूप से उनका भी अधिकार बनता है कि दिल्ली का सीएम उन्हें बनाया जाए।
4.बांसुरी स्वराज- अटकलें इस तरह की भी हैं कि क्या बीजेपी किसी महिला को दिल्ली की कुर्सी सौंपेगी। ऐसे में सवाल यह है कि अगर यह फैसला होता है, तो वो कौन होगा? इसमें सबसे संभावित नाम बांसुरी स्वराज का है। 1998 में सुषमा स्वराज ने पार्टी के एक आदेश पर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर ‘प्याज की कीमतों’ से हिल रही सरकार की चुनाव से दो महीने पहल दिल्ली की कमान संभाली थी। हालांकि, इसके बाद भाजपा को दिल्ली की सत्ता में वापसी करने में 27 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा।
5.रेखा गुप्ता- बीजेपी के पास महिला सीएम बनाने के लिए कई तेजतर्रार योग्य कैंडिडेट मौजूद हैं। जो भविष्य में बीजेपी के लिए असेट बन सकती हैं। इसमें शालीमार बाग से चुनाव जीतने वाली रेखा गुप्ता भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। प्रदेश भाजपा की पूर्व महामंत्री रहने के साथ ही वर्तमान समय में निगम पार्षद हैं। 2020 में वह मामूली अंतर से हार गई थीं।
दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी सरकार
5 फरवरी को दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोटिंग हुई थी। इस बार 60.54 फीसदी वोटिंग हुई है, जबकि पिछली बार 62.60 फीसदी वोटिंग हुई थी। शनिवार को आए चुनावी नतीजों में बीजेपी को 48 और आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं। बीजेपी की तरफ से अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया गया है। कभी 70 में से 67 और 70 में से 62 सीटें जीतने वाली आप इस बार 22 सीटों पर सिमट गई है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है और उसने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है।
Author: Mukul Dwivedi
I graduated From the University of Allahabad and PG diploma in Mass communication From Government Polytechnic Lucknow. After study worked with Bharat samachar as Trainee Producer. Currently I am working With Ekal Bharat as a Producer.












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