दिल्ली के लोगों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। एक ओर आसमान में सूरज आंखे दिखा रहा है तो वहीं दूसरू ओर पिछले एक हफ्ते से राजधानी दिल्ली में गंभीर जल संकट भी बना हुआ है। दिल्ली में जल संकट के बीच लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। भीषण गर्मी के बीच दिल्लीवासी पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। पूरे मामले पर सियासत गरमा गई है। दिल्ली में पेयजल की किल्लत को लेकर बीजेपी का सड़क पर विरोध प्रदर्शन जारी है। बीजेपी ने सोमवार को भी अलग-अलग इलाकों में मटका फोड़ प्रदर्शन किया। दूसरी तरफ, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पानी की बर्बादी में नेताओं के सहयोग और जल रिसाव में जल बोर्ड व पुलिस अधिकारियों की निष्क्रियता और जल मंत्री के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामले के तहत तुरंत एफआईआर दर्ज करने के संबंध में उपराज्यपाल को पत्र लिखा।
बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर लगाए कई आरोप
दिल्लीवासियों को हर साल गर्मियों में जल संकट से जूझना पड़ता है, लेकिन समाधान के बजाय प्रमुख राजनीतिक पार्टियां जल संकट पर आमने-सामने हैं। बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस भी AAP सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है। मंगलवार को लगातार तीसरे दिन दिल्ली में पानी की किल्लत पर बीजेपी ने प्रदर्शन किया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गीता कॉलोनी, सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने खानपुर, चांदी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने लाल बाग स्थित संगम पार्क, नॉर्थ वेस्ट से सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने करोल बाग पुरानी पुलिस चौकी के पास और सांसद मनोज तिवारी ने मुखर्जी नगर जल बोर्ड कार्यालय के पास प्रदर्शन किया। दिल्ली में मौजूदा जल के विकराल संकट और केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगगाया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि केजरीवाल सरकार से टैंकर माफिया से गठजोड़ है। कार्यकर्ताओं ने मटके फोड़ कर गुस्से का इजहार किया और केजरीवाल का पुतला जलाकर पानी की समस्या को तुरंत हल करने की जोरदार मांग भी की।
![]()
जस संकट को लेकर NDMC ने जारी किया अलर्ट
दिल्ली जल संकट गहराता ही जा रहा है. दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में पानी टैंकर से आ रहा है. गाजियाबाद के कुछ इलाकों में लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है. इस बीच एनडीएमसी (NDMC) ने पानी को लेकर अलर्ट जारी किया है. लुटियंस जोन में पानी की किल्लत हो सकती है. एनडीएमसी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि तिलक मार्ग और बंगाली मार्केट के भूमिगत जलाशयों से दिल्ली जल बोर्ड को पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है.दिल्ली में पानी की सप्लाई का सबसे बड़ा स्रोत यमुना नदी है. पानी का एक हिस्सा वजीराबाद बैराज में आता है और दूसरा हिस्सा मुनक नहर से बवाना कॉन्टैक्ट प्वाइंट से आता है. इन दोनों ही प्रमुख जलाशयों में पानी का स्तर काफी गिर गया है. हिमाचल प्रदेश ने भी पानी छोड़ने से इनकार कर दिया है. ऐसे में बारिश के समय पर नहीं होने से संकट और गहरा सकता है.
Author: Mukul Dwivedi
I graduated From the University of Allahabad and PG diploma in Mass communication From Government Polytechnic Lucknow. After study worked with Bharat samachar as Trainee Producer. Currently I am working With Ekal Bharat as a Producer.












Users Today : 9
Views Today : 13